लगातार किसानों की त्रिशंकु परिक्रमा जारी कभी मलिहाबाद तो कभी बीकेटी तहसील कभी जिलाधिकारी कार्यालय
बीकेटी लखनऊ राजधानी की 2 तहसीलों में गरीब किसानों की जमीनी स्थित होने के कारण एक दूसरे पर जिम्मेदारी डाल कर लगातार रसूखदारो को मलिहाबाद व बीकेटी तहसील प्रशासन संरक्षण देकर बचाव कर रहा है वही किसान भाजपा नेता दीपक शुक्ला तिरंगा महराज के नेतृत्व में अपने पुरखों की जमीन पर अवैध कब्जेको लेकर लगातार तहसीलों की परिक्रमा लगाने को मजबूर है लेकिन सत्ता में रसूख और पकड़ के कारण किसानों की जमीन पर किया गया अवैध कब्जेकी लगातार समाधान दिवसों में सैकड़ों शिकायतें करने के बावजूद भी रसूखदार और सत्ता में धमक रखने वाले नीलांश वाटर पार्क के रसूखदारो का बाल बांका नहीं हो पा रहा है क्योंकि नीलांश पार्क में बड़े बड़े लोगो के अवैध फार्महाउस है ।।
आज 28,2,2020 को किसान नन्हे सिंह, मल्हर , पोखई,श्याम, रमेश ,कल्लू,अजयपाल सिंह, दन्ना, आदि किसानों ने मांग की है कि सीबीआई जांच कराई जाए तभी निस्तारण होगा
अगर इस प्रकार से ग्राम समाज अथवा किसानों की जमीनों पर कब्जे होते रहेंगे तो आम आदमी प्रशासन पर कैसे विश्वास करेगा जबकि सरकारी जमीनों को बचाने की जिम्मेदारी तहसील प्रशासन के राजस्व कर्मी के ऊपर होती है लेकिन सरकारी जमीनों पर लगातार अवैध कब्जे कैसे हो जाते हैं क्या यह राजस्व कर्मी कभी सर्किल में नहीं जाते सोचने वाली बात होगी वही किसान भी न्याय की आस लिए इन्हें कब मिलेगा न्याय लगातार इसी आस में दौड़ रहे किसानों को अब अपनी जान का भी खतरा रसूख वालों से बना हुआ है क्या प्रशासन इतना बेबस और हताश हो सकता है सत्ता की धमक के आगे सब कुछ फेल नजर आ रहा है किसानों को अब भी थोड़ी बहुत आशा की किरण अगर कही नजर आ रही है तो वह चौथे स्तंभ से न्याय की गुहार लगा रहा है लेकिन सत्ता की धमक के आगे बात आई गई हो जाती है
अब देखना इन किसानों को न्याय मिलता है इनकी परिक्रमा जारी रहेगी ।