सिविल अस्पताल में डॉक्टरों की लापरवाही के चलते ही पंजाब में कोरोना वायरस से पहली मौत हुई थी। 18 मार्च को नवांशहर के बंगा में पठलावा गांव के बुजुर्ग पाठी की मौत हो गई थी। यह व्यक्ति छह मार्च को वाया इटली जर्मनी से भारत लौटा था। तबीयत खराब होने पर वह पहले 17 मार्च को वह इलाज करवाने जालंधर सिविल अस्पताल पहुंचा था। संदिग्ध केस मानकर उसे यहां पटेल अस्पताल से रेफर किया गया था। डॉक्टरों ने उसे बिना जांच के अस्पताल से जाने दिया था। नतीजतन न केवल उसकी मौत हो गई बल्कि इस लापरवाही के कारण उसके संपर्क में आकर 21 और लोग संक्रमित हो गए हैं। इनमें सात लोग बुजुर्ग के परिवार के ही हैं। अब सिविल अस्पताल प्रशासन मामले की लीपापोती करने में जुटा है।