दिल्ली-एनसीआर सहित देश की बदलती फिजा भी आने वाले दिनों में कोरोना से जंग का हथियार बन सकती है। पश्चिमी विक्षोभ का दौर खत्म हो चुका है, ऐसे में अब तापमान बढ़ने के साथ गर्मी भी बढ़ेगी। लॉकडाउन अवधि में ही यह 37 से 38 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच जाएगा। संभावना जताई जा रही है कि तेज गर्मी पड़ने पर कोरोना का फैलाव अपेक्षाकृत कम हो सकता है। इसकी बड़ी वजह यह भी बताई जा रही है कि दुनिया के जितने भी देशों में कोरोना का कहर सबसे ज्यादा देखने में आया है, उन सभी जगह का तापमान भारत के मुकाबले आधे से भी कम है। प्रामाणिक तौर पर कोरोना कोविड-19 और मौसम के बीच कोई संबंध सामने न आया है, लेकिन कोई इस संभावना से इनर भी नहीं कर रहा कि तापमान में इजाफे के साथ कोरोना वायरस के संक्रमण का फैलाव थोड़ा-बहुत नियंत्रित अवश्य हो सकता है।
इस संभावना के पीछे बड़ा आधार यही है कि चीन, इटली, अमेरिका, स्पेन, इरान और जर्मनी इत्यादि जिन देशों में कोरोना पीड़ितों की संख्या कहीं ज्यादा पहुंच चुकी है, उन सभी देशों का तापमान भारत के न्यूनतम तापमान से भी काफी कम है। मौसम विभाग के अनुसार, अब तक जो पश्चिमी विक्षोभ आ रहे थे, वे हिमालयी क्षेत्र में विकसित हो रहे थे। जो नए पश्चिमी विक्षोभ आएंगे, वह मुख्य तौर पर उत्तर दिशा की ओर प्रभाव दिखाएंगे। नतीजा, मौसम खुल गया है और आसमान भी साफ हो गया है। इससे गर्मी एवं तापमान दोनों में ही इजाफा होगा।