देश भर में लगे 21 दिनों के लॉकडाउन की वजह से गरीब-मजदूर तबका सबसे ज्यादा परेशान है। लॉकडाउन के कारण जीटी रोड पर अभी गाडिय़ां नहीं चल रहीं, बल्कि जिंदगी बचाने के लिए आम आदमी ही दौड़ लगा रहे हैं। धूप, बीमारी से बेरवाह लोग सरपट अपनी मंजिल की ओर बदहवाश दौड़ रहे हैं। देश के अलग-अलग ठिकानों में दिहाड़ी मजदूरी करने वाले प्रवासी मजदूर अपने-अपने गांव-कस्बे को वापस लौट रहे हैं।
कोलकाता से उत्तर प्रदेश आगरा के करीब स्थित सिकंदरा, कुलाहवी व शिकोहाबाद के लिए राजमार्ग 2 से पैदल सफर करते रविंद्र यादव पिता जयवीर सिंह यादव, अखिलेश यादव पिता रविंद्र सिंह, अंकित कुमार यादव पिता एजेंट सिंह, विनय यादव पिता श्रवण सिंह यादव अपना दर्द बयां करते हुए रो पड़े। बताया कि वे लोग कोलकाता में ट्रक चलाते थे। लॉकडाउन बाद गाड़ी खड़ी हो गई। हमारे रहने-खाने का व्यवस्था नहीं की गई। भूख से परेशान होकर हम लोग कोलकाता से अपने घर के लिए पैदल ही रवाना हो गए।