\प्रदेश की सीमा सील कर लोगों को शेल्टर होम में रखने का आदेश मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने रविवार को दिया था। इसके बाद राजधानी में इंदिरा गांंधी प्रतिष्ठान, हज हाउस और अवध शिल्प ग्राम में लाेेेेेेगों के ठहरने की व्यवस्था कराई गई थी। सोमवार शाम को देखते ही देखते तीनों शेल्टर होम भर गए। यही नहीं लोगों के राजधानी पहुंचने का सिलसिला देर रात तक जारी रहा। मामले की गंभीरता को देखते हुए पुलिस प्रशासन ने शेल्टर हाेेम में रुके लाेेेगों को उनके घर भेजने का निर्णय लिया। इसके बाद रोडवेज की बसें बुलाई गईं और लोगों को उनके गंतव्य तक भेजने की कार्रवाई शुरू हुई।
अवध शिल्प ग्राम में सोमवार दोपहर में ही एक हजार से अधिक लोग पहुंच गए थे। इनमें महिलाएं, बच्चे, मजदूर और अन्य वर्ग के लाेेग शामिल थे। इनके ठहरने के लिए तीन ब्लॉक खुलवाए गए। इससे पहले की लोगों को वहां उचित प्रबंध के साथ ठहराया जाता। बडी संख्या में फिर से लोगों का जत्था अवध शिल्प ग्राम में पहुंच गया। कुछ ऐसा ही हाल हज हाउस और इंदिरा गांधी प्रतिष्ठान में भी देखने को मिला। हजारों की संख्या में लोगों को देखकर उच्चाधिकारियों ने इन्हें घर भिजवाने का फैसला लिया। इसके बाद परिवहन विभाग से बात कर 70 बसें मंगाई गईं। थर्मल स्कैनिंग के बाद लोगों को संबंधित जिले की बस में बिठाया गया और उन्हें रवाना किया गया। यह सिलसिला सोमवार देर रात तक जारी रहा।