देश में कोरोना वायरस के बढ़ते संक्रमण को रोकने के मकसद से लागू 21 दिन के लॉकडाउन के बीच मुंबई का ट्रेडमार्क माने जाने वाले डिब्बावालों का इन दिनों बिजनेस बंद है, लेकिन वे खाना बांटने का अपना काम अभी भी बिना रूकावट जारी रखे हुए हैं। उन्होंने बंद पड़े रोटी बैंक को पुनर्जीवित किया है। गैर सरकारी संगठनों के सहयोग से डिब्बावाले प्रतिदिन सैकड़ों बेघरों को भोजन उपलब्ध करवा रहे हैं।
हमारे सहयोगी अखबार मिड डे से मिली जानकारी के मुताबक रोटी बैंक की शुरुआत पहले मुंबई के डिब्बावालों ने ही की थी, जिसमें शादियों, पार्टियों में बचे खाने को इक्ट़ठा कर उसे गरीब लोगों में बांटा जाता था, लेकिन पिछले काफी समय से रोटी बैंक ने काम करना बंद कर दिया था, क्योंकि शहर में इन दिनों स्वास्थ्य समस्या को देखते हुए शादियों, पार्टियों पर बिल्कुल रोक लगी हुई थी, लेकिन अब रोटी बैंक की सेवाएं एनजीओ की मदद से दोबारा शुरू कर दी गई हैं। एनजीओ इन्हें खाना उपलब्ध करवा रहे हैं, जिन्हें डिब्बा वाले साउथ मुंबई में रोजाना बेघर लोगों के पास पैकेट में पहुंचा रहे हैं।