नई दिल्ली निजामुद्दीन में तब्लीगी जमात में शामिल हजारों लोगों को शाहीन बाग धरने से भी जोड़कर देखा जा रहा है। दरअसल, सीएए व एनआरसी के विरोध में 15 दिसंबर से शुरू होकर तीन माह से अधिक समय तक चले शाहीन बाग धरने में देश के विभिन्न राज्यों के अलग-अलग विश्वविद्यालयों, मुस्लिम संगठनों व इलाकों से प्रदर्शनकारी आते थे। ऐसे में पुलिस व स्वास्थ्य विभाग को आशंका है कि इस धरने में जमात के लोग भी जरूर शामिल हुए होंगे।
बता दें कि शाहीन बाग धरने में आने वाले तीन लोग कोरोना पॉजिटिव मिल चुके हैं, इसलिए यह आशंका और प्रबल हो जाती है। इसके अलावा जांच में ऐसे भी कई पहलू सामने आए हैं जिससे यह पता चल रहा है कि जमात में शामिल लोग जानबूझकर कोरोना वायरस को अन्य कॉलोनियों व लोगों के बीच फैलाना चाह रहे हैं। ऐसे में इस आशंका से इनकार नहीं किया जा सकता है कि ये लोग शाहीन बाग, हौजरानी, निजामुद्दीन बस्ती, जामिया मिल्लिया इस्लामिया समेत दिल्ली के अलग-अलग इलाकों में चल रहे सीएए विरोधी धरनों में गए हों और वहां जानबूझकर लोगों को कोराना का संक्रमण दिया हो।