पेट्रोलियम निर्यातक देशों के संगठन ओपेक ने गुरुवार को तेल उत्पादन में कटौती को लेकर योजना तैयार की है। संगठन के देशों ने अपने उत्पादन में 20 फीसद से ज्यादा की कटौती की योजना बनाई है। इन देशों ने कहा कि उन्हें उम्मीद है कि यूएस और दूसरे उत्पादक देश भी कोरोना वायरस के कारण कीमतों में आई भारी गिरावट को कम करने की दिशा में उनके साथ आएंगे। वहीं, पेट्रोलियम निर्यातक देशों का एक अन्य संगठन ओपेक प्लस (Opec+) भी गुरुवार को देर रात उत्पादन में कटौती करने को लेकर सहमती की और आगे बढ़ है। इस संगठन में रूस भी शामिल है। लेकिन ओपेक प्लस ने कहा है कि अंतिम समझौता मेक्सिको के समझौते पर हस्ताक्षर करने पर निर्भर है, जिसने पहले कटौती का समर्थन किया था।
कोरोना वायरस महामारी के प्रकोप व वैश्विक वृद्धि में सुस्ती को देखते हुए तेल उत्पादक देश उत्पादन में कटौती के लिए आगे बढ़ रह हैं। गौरतलब है कोरोना वायरस से प्रभावित कई देशों ने अपने यहां लॉकडाउन किया हुआ है। इसके कारण दुनिया भर में कारोबारी गतिविधियां प्रभावित हुई हैं, जिसका सीधा असर तेल की खपत में भारी कमी के रूप में सामने आया है। तेल उत्पादक देश खपत की कमी के कारण कच्चे तेल की कीमतों में आई भारी गिरावट को रोकने के लिए उत्पादन में कटौती करने पर सहमत हुए हैं। गौरतलब है कि सऊदी अरब ने शुक्रवार को जी-20 देशों के ऊर्जा मंत्रियों की वीडियो कांफ्रेंस का भी आयोजन किया है।