कोरोना वायरस से जूझ रहे मरीजों को फायदे की जगह नुकसान पहुंचा रहा है? यह सवाल इसलिए, क्योंकि कोरोना वायरस (COVID-19) के गंभीर संक्रमण वाले मरीजों के उपचार के लिए जहां दुनिया भर के देश अतिरिक्त वेंटिलेटरों की व्यवस्था करने में दिन रात लगे हुए हैं। वहीं, कुछ डॉक्टर वेंटिलेटर का इस्तेमाल करने से बच रहें हैं, क्योंकि उन्हें लगता है इससे मरीजों को नुकसान पहुंच सकता है। आंकड़े बताते हैं कि अमेरिका में कोरोना वायरस से सबसे ज्यादा प्रभावित शहर न्यूयॉर्क में वेंटिलेटर पर 80 प्रतिशत या इससे अधिक लोगों की मौत हो रही है। इन आंकड़ों के बाद शायद कुछ देश वेंटिलेटर के इस्तेमाल को लेकर फिर सोचने पर मजबूर हों। बता दें कि भारत भी बड़ी संख्या में वेंटिलेटर खरीदने जा रहा है। वहीं, भारत की कुछ स्वदेशी कंपनियों ने भी वेंटिलेटर के नए डिजाइन तैयार किए हैं।