लखनऊबैक्टीरियल इंफेक्शन के लिए इस्तेमाल की जाने वाली एंटीबायोटिक दवा ‘टाइकोप्लेनिन’ कोरोना के गंभीर मरीजों के इलाज में भी कारगर साबित हो सकती है। फ्रांस में हुए शोध के बाद लोहिया आयुर्विज्ञान संस्थान के फार्माको-अलर्ट में इस दवा को कोरोना पीड़ित मरीजों के लिए अल्टरनेटिव ड्रग के तौर पर शामिल किया गया है।
दरअसल, इंटरनेशनल जनरल ऑफ एंटीमाइक्रोबियल एजेंट्स में नौ मार्च को शोध प्रकाशित हुआ। इसमें फ्रांस के चिकित्सा वैज्ञानिकों ने एंटीबायोटिक ‘टाइकोप्लेनिन’ दवा को कोविड-19 बीमारी के इलाज में कारगर बताया गया। दावा किया गया कि शरीर को घातक संक्रमण से उबारने वाली इस दवा में वायरस को भी मात देने की ताकत है। खासकर, श्वसन तंत्र के संक्रमण को नेस्तनाबूत करने में यह काफी कारगर साबित हो सकती है। ऐसे में लोहिया आयुर्विज्ञान संस्थान के फार्माकोलॉजी विभाग के डॉक्टरों ने भी दवा के रसायनों व उसके प्रभाव का आकलन किया और शोध में किए दावों की तहकीकात की। इसके बाद उन्होंने भी यहां के चिकित्सकों को भी कोरोना के भर्ती मरीजों में वैकल्किप दवा के रूप में इसके प्रयोग का सुझाव दिया है।