बड़ी संख्या में मजदूरों के पलायन के बाद पंजाब में बचे मजदूरों को अब देशव्या के 14 अप्रैल से आगे बढ़ने की चिंता सता रही है। मजदूरों को भोजन और राशन की आपूर्ति बढ़ाए जाने के कारण पंजाब से मजदूरों के पलायन पर कुछ विराम तो लगा है, लेकिन राज्य में रह रहे मजदूर अब नए कामों में जुटने के प्रति आशंकित हैं।
पंजाब में उद्योगों के बंद होने के कारण पिछले कई दिन से खाली बैठे मजदूर खेतों में काम करने को तैयार नहीं हैं। इंडस्ट्री विभाग के अधिकारियों के अनुसार, विभाग ने बड़ी संख्या में मजदूरों को खेतों में कटाई धुलाई और सफाई जैसे कामों में अपनी आजीविका तलाशने का प्रस्ताव दिया है, लेकिन इन मजदूरों का कहना है कि या तो उन्हें उनके गांव वापस भेजा जाए या फिर उन्हें महामारी की आशंका समाप्त होने तक उनके वर्तमान आश्रय में ही सरकारी सहायता पहुंचाई जाए।