गोण्डा समाचार
कप्तान साहब मेरी जान बचाओ
धमकी से पीडित पहुंचा पुलिस अधीक्षक के पास,नही मिलने पर प्रार्थना पत्र बक्से मे डाल मीडिया से रखी अपनी बात
आम आदमी रोजी रोटी से हुआ परेशान, वहीं कुछ चौकी के अधिकारी मालामाल होने की फिराक मे झूठे मामले मे फंसाने की देते धमकी और मानवता की हद पार कर जाते है ।
सरकार के मंसूबों को अमली जामा पहनाने का ढोंग रचने वाले चंद चौकी के चौकीदार मनमानी करने मे नहीं चूकते । जो तमाम राहगीरों व दुकानदारों को अपना निशाना बना कर मोटी रकम ऐठ लेते । ना मिलने पर चौकी में बंद करके खूब लगाते जोर आजमाइश इतना ही नहीं पीटने के बाद पीड़ित से यही आरक्षी और चौकीदार यह भी कहना नहीं चूकते कि यदि मेडिकल हुआ तो वहां चोट लगी या किसी ने मारा है न बताना ।
पीडित के एक प्रार्थना पत्र के मुताबिक मामला जनपद के तिवारी बाजार के निवासी प्रदीप कुमार तिवारी का है जिन्होंने अपने प्रार्थना पत्र के माध्यम से पुलिस अधीक्षक से गुहार लगाई थी कि वह विगत दिनों बाजार से घर के सामानों की खरीदारी करने गया था कि रास्ते में कुछ पुलिसकर्मी मिले जिन्होंने अनावश्यक गिरफ्त में ले लिया लेते ही जामा तलाशी ली और अवैध तरीक़े से गुटखा सप्लाई करने का झूठा आरोप लगाना शुरू कर दिया ।
प्रदीप ने अपनी सफाई के साथ सत्यापन की भी गुहार लगाई लेकिन दबंग चौकीदार ने पीड़ित की एक न सुनी और उसे पांडे बाजार चौकी ले आए जहां पीड़ित के बताए मुताबिक चौकी इंचार्ज ने अपने सहकर्मियों के सहयोग से खूब पिटाई की और साढे तीन लाख रूपये की मांग रख दी जिसे पूरा न कर पाता देख और गुस्से से आगबबूला चौकी चार्ज ने अपने सह.आरक्षियों के सहयोग से और पीटना शुरू कर दिया ।पुलिसिया पिटाई से घायल प्रदीप ने जैसे-तैसे 30,000 हजार. रूपये की व्यवस्था कराई और चौकी इंचार्ज जावेद अख्तर तथा पुलिस के हवाले कर दिया तब जाकर पीडित की जान बची
सूत्रो के मुताबिक जिस अंकित आरक्षी की बात पीडित कर रहा है वह पाण्डेय चौकी पर तैनात है ही नही फिर.यहां आया ही क्यो....? इतना ही नहीं चलते चलते दबंग दरोगा पीडित का वाहन चालान करके उसे भी धारा151 में चालान करके न्यायालय भेज दिया एक जानकारी के मुताबिक पीड़ित ने जब अपने शरीर पर लगे हुए चोट का परीक्षण कराने कराने की मांग की तो यही दबंग दरोगा ने यह भी सलाह दे दिया कि चिकित्सीय परीक्षण के दौरान न बताना कि पुलिस ने मारा.है जबकि प्रदीप तिवारी के शरीर पर अनेकों निशान आज भी देखे जा सकते हैं ऐसे में पुलिस अधीक्षक महोदय को दिए गए प्रार्थना पत्र पर अब महोदय इस दबंग दरोगा और जिन आरक्षियों की तैनाती पाण्डेय चौकी पर नही थी क्या कार्यवाही करेगे। मामला.6 मई के बाद आज तक ठंडे मे डाले कप्तान दोषियों के विरुद्ध क्या किये की जानकारी जब फोन पर लेना चाह तो फोन नही उठा अब देखना होगा कि आगे क्या कार्यवाही करते है कप्तान....?.
लेकिन मीडिया मे खबर आने से बौखलाए सिपाही व इंचार्ज अपने गुर्गों से धमकी दिलाना शुरू कर दिये कि मामला वापस लेलो अन्यथा तुम्हारे. विरुद्ध बहुत मामले दर्ज हो जाऐगे जिससे डरा व सहमा पीडित प्रदीप पुलिस अधीक्षक से अज्ञात अपराधी के साथ ही सिपाही व दबंक चौकी. इंचार्ज से जान माल की रक्षा के लिऐ लगाई गुहार