एसोसिएशन के चुनाव में बने दो अध्यक्ष दोनों का कार्यकाल 6 + 6 महा रहेगा कुछ वरिष्ठ अधिवक्ता नहीं डाल पाए अपना वोट
वी/ओ-लक्ष्मीनारायण गंगवार नवाबगंज एडवोकेट एसोसिएशन अध्यक्ष नियुक्त
वी/ओ-महेंद्र गंगवार नवाबगंज एडवोकेट एसोसिएशन के नवनियुक्त सचिव
एंकर -जिला बरेली से ब्रेकिंग न्यूज़ नवाबगंज एडवोकेट एसोसिएशन के चुनाव में बने दो अध्यक्ष दोनों का कार्यकाल 6 + 6 महा रहेगा कुछ वरिष्ठ अधिवक्ता नहीं डाल पाए अपना वोट आज नवाबगंज एडवोकेट एसोसिएशन के चुनाव संपन्न हुए जिसमें अध्यक्ष पद के लिए लक्ष्मीनारायण गंगवार सुधाकर लाल रस्तोगी हाजी मजीद हुसैन जैदी ने अपना नामांकन भरा सचिव पद के लिए महिंद्रा गंगवार सुरेश पटेल. रोहतास रस्तोगी ने अपना नामांकन कराया कोषाध्यक्ष के लिए गोपाल नारायण बा रामबहादुर ने नामांकन कराया पुस्तकालय अध्यक्ष के लिए हारून अहमद ब सतपाल गंगवार. ने. एडिटर के लिए अमर सिंह सर सचिव के लिए रघुनंदन प्रसाद वा ओमेंद्र आर्य ने अपना नामांकन कराया आज सुबह 10:00 बजे से मतदान शुरू हुआ मतदान 3 बजे तक चला 4 बजे के बाद मतगणना हुई अध्यक्ष के लिए लक्ष्मी नारायण गंगवार सुधाकर लाल रस्तोगी को 50 बा 50 वोट मिले हाजी मजीद हुसैन को 43 वोट मिले अध्यक्ष पद के लिए लक्ष्मीनारायण गंगवार व सुधाकर लाल रस्तोगी के बीच 6 महीने 6 महीने अध्यक्ष करने का अध्यक्ष करने का निर्णय चुनाव कमेटी ने दोनों की सहमति से कार्यकाल तय हुआ पहले 6 महीने अध्यक्ष लक्ष्मीनारायण गंगवार रहेंगे उसके छह महीने सुधाकर रस्तोगी रहेंगे सचिव पद पर महेंद्र गंगवार विजय श्री कोषाध्यक्ष पद पर गोपाल नारायण की विजय हुई पुस्तकालय अध्यक्ष के लिए सत्य पाल गंगवार की विजय हुई ऑडिटर पद के लिए अमर सिंह जीते सह सचिव के लिए रघुनंदन प्रसाद ने विजय हासिल की नवनियुक्त अध्यक्ष लक्ष्मीनारायण ने मीडिया को जानकारी देते हुए बताया कि मेरी पहली प्राथमिकता यह रहेगी कि नवाबगंज एडवोकेट एसोसिएशन के रजिस्ट्रेशन का रिनुअल नहीं हुआ है जिसे हर कीमत पर जल्द से जल्द कराया जाएगा नवयुग सबसे सचिव महेंद्र गंगवार ने कहा की अधिवक्ताओं की छोटी सी छोटी समस्याओं को हल करने का मेरा प्रयास रहेगा अधिवक्ताओं का सम्मान मेरी पहली प्राथमिकता में शामिल है नवाबगंज में कुछ वरिष्ठ अधिवक्ता जो काफी समय से अपनी प्रैक्टिस कर रहे हैं और पूर्व अध्यक्ष भी रहे शिशुपाल गंगवार वा मोहम्मद सारिक खान एडवोकेट व मोहम्मद ताहिर अंसारी जैसे वरिष्ठ अधिवक्ताओं को इस चुनाव में वोट डालने का मौका नहीं मिल पाया