उत्तर प्रदेश के पीलीभीत में स्वास्थ्य विभाग व विजली विभाग में नौकरी दिलाने के नाम पर जालसाजों ने कई लाेगाे से लाखों रुपये ठग लिए। पीड़िताें को संतुष्ट करने के लिए एक फर्जी ज्वॉइनिंग लेटर और आईकार्ड भी बनाकर दे डाला हालाकि कुछ दिन बाद जब लाेगाें ने खोजबीन की तो जालसाजी का पता लगा। पीड़िताें के रुपये वापस मांगने पर जालसाजाें ने उन्हे धमका दिया,पीड़िताें ने मामले की तहरीर पुलिस को दी है।पुलिस ने 6 आराेपियाें के खिलाफ मुकदमा दर्जकर लिया आराेपियाें काे पकड़ने का आश्वशन दिया है लेकिन अभी भी आराेपी पुलिस की गिरफ्त से काेसाे दूर नजर आ रहे है,,
V/O:>01= पूरा मामला पीलीभीत के थाना माधोटांडा क्षेत्र के ग्राम लोहरपुरा का है जहां पर रहने वाले ग्रामीणों को नौकरी का लॉलीपॉप देखकर 1200000 रुपए जालसाज द्वारा ले लिए गए और बाद में ना तो उनको नौकरी ही मिली और ना ही जालसाज ओ द्वारा उनके रुपए वापस किए गए जिसको लेकर पीड़ितों द्वारा पहले तो पीलीभीत पुलिस से शिकायत की गई लेकिन पुलिस द्वारा मुकदमा दर्ज नहीं किया गया फिर उसके बाद पीड़ितों ने धारा 156 3 के तहत न्यायालय द्वारा आदेश कराकर 6 लोगों के विरुद्ध गंभीर धाराओं में मुकदमा दर्ज करवाया लेकिन अब तक पुलिस के हाथ खाली हैं आरोपी पुलिस की गिरफ्त से बाहर हैं और साथ ही जालसाज द्वारा शिकायतकर्ता रामपाल को फोन पर धमकियां भी दी जाती हैं कि तुमने मेरे खिलाफ मुकदमा लिखवा कर क्या कर लिया तुमको पता नहीं है मेरी ऊपर तक पहुंचे और समाजवादी पार्टी के नेता लोगों ने संरक्षण दे रखा है जिसके चलते इन जालसाज ओं के हौसले बुलंद हैं आए दिन पीलीभीत में किसी ना किसी को शिकार बनाते रहते हैं अभी हाल ही में इनके द्वारा दो लोगों से भी ठगी का मामला सामने आया था जिसमें पुलिस द्वारा मुकदमा लिख कर कार्यवाही करने की बात की गई थी लेकिन आरोपी जालसाजी के खिलाफ पुलिस द्वारा कोई कार्यवाही नहीं की गई जिसके चलते जालसाजी द्वारा माधोटांडा क्षेत्र के रहने वाले 6 लोगों से नौकरी के नाम पर 1200000 रुपए की ठगी की गई।