कैबिनेट विस्तार के बाद अब विधान परिषद की रिक्त 12 सीटों के लिए लॉबिंग तेज हो गई है। राज्यपाल कोटे की ये सीटें पिछले साल मई से ही खाली हैं। भाजपा और जदयू नेताओं ने अपनी-अपनी दावेदारी के लिए ताकत झोंक दी है। सरकार में शामिल दो मंत्रियों जदयू के अशोक चौधरी और भाजपा के जनक राम का उच्च सदन के लिए मनोनयन पहले से ही तय है। शेष दस सीटों को लेकर दावेदारी का दौर चरम पर है। हम प्रमुख जीतनराम मांझी और वीआइपी सुप्रीमो मुकेश सहनी भी अपने चहेतों के लिए दबाव बनाए हुए हैैं। हालांकि गुंजाइश नहीं दिख रही है।