कांग्रेस के नवनियुक्त चंडीगढ़ अध्यक्ष सुभाष चावला की रविवार को ताजपोशी हुई, लेकिन इस दौरान पांच से छह महिला नेत्रियों का ज्यादा ध्यान मंच पर अपने नेताओं के संबोधन को सुनने से ज्यादा आपस में गप्पे लड़ाने पर था। नेता क्या बोल रहे हैं, उस पर उनका कोई फोकस नहीं दिखा। पहले तो यह महिलाएं मीडिया कर्मियों के लिए तय कुर्सियों पर बैठ गईं। कई नेताओं ने महिलाओं को इसके लिए मना भी किया, लेकिन फिर भी वह नहीं मानीं।
इन नेत्रियों ने कहा कि जब मीडिया वाले आएंगे तो वह उठ जाएंगी। जिस समय नवनियुक्त अध्यक्ष सुभाष चावला और पूर्व केंद्रीय मंत्री पवन बंसल भाषण दे रहे थे, तब भी वह हंस-हंस कर अपनी ही बातें करने में व्यस्त दिखीं। इसके साथ ही कई कार्यकर्ता मंच के सामने ही खड़े नजर आए, जिनका ध्यान सिर्फ सीनियर नेताओं को अपनी शक्ल दिखाने पर था। मंच का संचालन कर रहे पूर्व डिप्टी मेयर एचएस लक्की ने कई बार अनुशासनहीनता न करने की अपील की, लेकिन लक्की की बात पर किसी ने ध्यान नहीं दिया