टाक्टे तूफान के चलते पूरे देश में मौसम बदला हुआ है। सभी राज्यों में बारिश के साथ तेज हवाएं चल रही हैं। कई जगहों पर ओले भी गिरे हैं। तटीय इलाकों में बाढ़ जैसे हालात भी बन रहे हैं। कहीं नुकसान ज्यादा हुआ है तो कहीं कम क्षति पहुंची है, पर पूरे देश में इस तूफान का असर दिखाई दे रहा है। बुधवार को दिल्ली में भी इस तूफान के चलते कई रिकॉर्ड बन गए। यहां रात साढ़े आठ बजे तक 60 मिमी बारिश दर्ज की गई। इससे पहले 24 मई 1976 को इतनी बारिश हुई थी। वहीं, माह का अधिकतम तापमान भी 70 साल में सबसे कम दर्ज किया गया।....
👍तूफान और पश्चिमी विक्षोभ का संयुक्त असर..
स्काईमेट वेदर के उपाध्यक्ष महेश पलावत ने बताया कि मई में आमतौर पर दिल्ली का अधिकतम तापमान इतना कम जाता। यह सीधे तौर पर टाक्टे तूफान और पश्चिमी विक्षोभ का संयुक्त असर है। इस समय दिल्ली-एनसीआर के आसमान में घने बादल बने हुए हैं। ऐसे बादल आमतौर पर मानसून के समय में ही देखने को मिलते हैं, जबकि अभी प्री-मानसून का दौर चल रहा है। बुधवार को दिल्ली का अधिकतम तापमान सामान्य से 16 डिग्री कम 23.8 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। मौसम विभाग का कहना है कि 1951 के बाद मई में यह सबसे कम अधिकतम तापमान है। इससे पूर्व 13 मई 1984 को अधिकतम तापमान 24.8 डिग्री दर्ज हुआ था। .........