जनपद बाराबंकी से बड़ी खबर
तहसील रामनगर ब्लॉक सूरतगंज क्षेत्र अंतर्गत हेतमापुर में आई बाढ़ से लोग हुए घर से बे घर
सरयू नदी में बाढ़ आने से कई गांव में भारी तादाद में हुआ नुकसान ग्रामीण अपना घर छोड़ ऊंचे स्थानों पर रहने को मजबूर पूरा मामला जनपद बाराबंकी के तहसील रामनगर क्षेत्र अंतर्गत हेतमापुर के आसपास लगभग 100 से ज्यादा गांव में भरा पानी ग्रामीणों का कहना है कि स्थानीय प्रशासन हमारी सहायता नहीं कर रहा है जबकि हमारा गांव पानी के अंदर है ग्रामीणों को अगर कोई इमरजेंसी दवाई गल्ला या सब्जी वगैरह लेना हो तो उनको नाव से ले जाया जाता है हेतमापुर में एक मंदिर है जो बाबा नारायण दास के नाम से प्रसिद्ध है यहां पर लोग महीने के हर रविवार को दर्शन करने आते हैं व साल में एक बार मेला भी लगता है जोकि कोविड-19 की वजह से इस साल नहीं लगा यहां के मंदिर में भी 1 से 2 फीट पानी भरा हुआ है लोग पानी में पिल कर ही मंदिर में दर्शन कर रहे हैं
महिलाओं का कहना है कि हमको सोच के लिए शौचालय नहीं दिया गया अब हम कहां जाएं शौच के लिए चारों तरफ पानी ही पानी है रात को भी जंगली जानवरों का डर बना रहता है अगर किसी की रात में तबीयत बिगड़ जाए तो उसको हॉस्पिटल ले जाने की कोई सुविधा नहीं है नाव सुबह 7 बजे से शाम 6 बजे तक ही चलती है उसके बाद वो लोग अपने घर चले जाते हैं
उनका कहना है की आस पास के सभी गांव में बाढ़ सामग्री बांटी गई हमारे गांव हेतमापुर में नहीं बांटी गई
बाढ़ के पानी से काफी सारी बीमारियां व इंफेक्शन हो रहे हैं जिसका कोई इलाज नहीं है अगर ग्रामीण दवाई लेने जाता है तो उसे वापस कर दिया जाता है कहा जाता है यहां कोई दवाई नहीं है इस मर्ज की
ब्यूरो चीफ मुईद अहमद के सहयोगी अजय कुमार की रिपोर्ट https://www.youtube.com/watch?v=kM8laW-v_zE