साहब, ये कैसे स्वास्थ्य उपकेंद्र...दवाएं नहीं, झाड़ियों और गन्दगी से भरे हैं
संवाददाता यूसुफ इदरीसी की रिपोर्ट
आपको बताते चले ग्रामपंचायत आषाढ़ी के मजरा पूजा गाँव जो विकास खण्ड बिजुआ जिला लखीमपुर खीरी में।
स्वास्थ्य विभाग ने लाखों रुपये खर्च कर पूजगाव में कई साल पहले स्वास्थ्य उपकेंद्र तो बनवा दिया, लेकिन अब तक न तो उसमें कभी दवा मिली और न ही डॉक्टर आए। कई वर्षों से बंद पड़े उपकेंद्र स्वच्छ भारत मिशन का पलीता लगा रहे हैं। स्वास्थ्य उपकेंद्र के कमरों में पहुंचना नामुमकिन है क्योंकि वह कीड़े मकोड़ों का अड्डा बन चुका है
लखीमपुर जिला अस्पताल से कुछ ही दूर ग्राम पंचायत आषाढ़ी के मजरा पूजगाव में स्वास्थ्य उपकेंद्र बना है। स्वास्थ्य विभाग और सरकार की मंशा रही होगी कि ग्रामीणों को इलाज के लिए शहर नहीं भागना पड़ेगा। आसपास के ग्रामीणों को भी दवा मिल सकेगी। इलाज के लिहाज से किसरुआ में एक स्वास्थ्य उपकेंद्र का निर्माण कराया गया। इसके लिए लाखों रुपये खर्च किए गए। बिल्डिंग का निर्माण तो हो गया, लेकिन कभी स्वास्थ्य उपकेंद्र में डॉक्टर नहीं आए और न ही कोई कर्मचारी आस पास देखे गए। दिन, माह, साल गुजरते चले गए, लेकिन कभी स्वास्थ्य उपकेंद्र के हाल नहीं सुधरे। परिणाम यह रहा कि स्वास्थ्य उपकेंद्र जर्जर हालत में पहुंच गया है। झाड़ियों और गंदगी ने इसकी बिल्डिंग पर कब्जा कर लिया है। यहां कभी इलाज होगा, अब तो ग्रामीणों ने इसके बारे में विचार करना भी छोड़ दिया है। वे या तो बिजुआ स्वास्थ्य केंद्र जाते हैं या फिर जिला अस्पताल आकर इलाज कराते हैं। पूजगाव का स्वास्थ्य उपकेंद्र अब तो नाम का रह गया है। यह सुनते-सुनते कई साल गुजर चुके हैं लेकिन अब तक न तो कभी चिकित्सक आए और न ही कोई स्टाफ देखने को मिला। इस समय स्वास्थ्य केंद्र के हालत आप देख सकते है....