आपको बता दें पूरा मामला कलेक्ट्रेट परिसर का है जहां पर बुंदेलखंड आजाद सेना के अध्यक्ष प्रमोद आजाद के नेतृत्व में सभी संगठनों के प्रतिनिधि आपसे मांग कर रहे हैं कि आप अभिलंब मानवी देवरिया के द्वारा चलाए जा रहे हैं आंदोलन को संज्ञान में लेकर कि उनकी मांगों को माने और देश को विकास के रास्ते पर ले जाएं यदि शीघ्र ही उपर्युक्त मांग मांगों पर विचार नहीं किया गया तो हम समूचे बुंदेलखंड में भी इसी तरह के आंदोलन खड़ा कर अपने हकों के लिए सड़क पर उतरने के लिए मजबूर हो जाएंगे इसकी जिम्मेदारी शासन प्रशासन की होगी जिनकी प्रमुख मांगे हैं
मंडोला किसान आंदोलन में तीनों कृषि कानून में संशोधन की मांग को लेकर आमरण अनशन पर बैठे मनवीर सिंह तेवरिया की मांगों को मानकर किसान बिलो में संशोधन किया जाए
किसान नेता मनवीर सिंह तेवतिया की सुरक्षा बढ़ाई जाए एवं धरना स्थल पर ही उनका चिकित्सीय उपचार किया जाए
आवास विकास द्वारा मंडोला बिहार योजना में किसानों की अधिग्रहण की गई जमीन का मुआवजा भूमि अधिग्रहण कानून 2013 के प्रावधान के तहत दिया जाए
देश की संपत्तियों के हो रहे निजी करण पर तत्काल रोक लगाई जाए