संतुलित दिमाग के जैसी कोई सादगी नहीं हैं,
संतोष के जैसा कोई सुख नहीं हैं,
लोभ के जैसी कोई बीमारी नहीं हैं,
और दया के जैसा कोई पुण्य नहीं है।
परिवार में वही लोग होते हैं जो अपने
इच्छाओं को,अपने ख्वाबों को त्याग
करके आप की परवरिश करते हैं..
लाइफ का सिंपल फंडा है कोई काम इसलिए
मत कीजिए ताकि पैसा कमा सकें काम इसलिए
कीजिए ताकि मजा आए बस यही जिंदगी है
बाकी सब बकवास है.
आज के जमाने में रिश्ते निभाए
नहीं सिर्फ जताए जाते है..
अगर दुनिया आपको जीरो समझती है तो
आपके लिए और अच्छा है आप बस एक
सही जगह चुन लीजिए आपका महत्व
अपने आप बढ़ जाएगा..