जुआ बना खूनी खेल: दिल्ली में 300 रुपये के लिए दोस्त की हत्या, मीट की दुकान से चाकू लेकर गोदा; चार गिरफ्तार
रंजीत नगर थाना क्षेत्र में एक युवक की चाकू मारकर हत्या करने के मामले में पुलिस ने चार आरोपियों को गिरफ्तार किया है। आरोपियों की पहचान रजनीश अमित कुमार रोशन सिंह और प्रमोद के रूप में हुई है। पूछताछ में आरोपियों ने हत्या की बात कबूल की है। पुलिस ने बताया कि मृतक अभिषेक एक आरोपी प्रमोद को जानता था।
प्रगति मैदान सुरंग में हुई लूट के बाद पुलिस दिल्ली अपराधियों के खिलाफ अभियान चला रही है, लेकिन इसका असर जमीन पर दिखाई नहीं दे रहा है। मध्य जिले के रंजीत नगर इलाके में रविवार साढ़े तीन बजे जुएं में हारे 300 रुपये मांगने पर चार दोस्तों ने युवक की मीट काटने वाले चाकू से हत्या कर दी। मामले में पुलिस ने मुख्य आरोपित प्रमोद, रजनीश, अमित, रोशन सिंह को गिरफ्तार कर लिया है।
डीसीपी सजंय कुमार सेन के अनुसार, 2 जुलाई की शाम 4:15 बजे रंजीत नगर के संगम कॉलोनी में एक युवक को चाकू मारे जाने की जानकारी मिली। मौके पर पहुंची पुलिस को पता चला कि घायल युवक को उसके स्वजन पास के अस्पताल ले गए हैं, जहां पहुंचने पर पता चला कि घायल अभिषेक को डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया है।
अभिषेक का पीछा कर रहे थे चार लड़के
अभिषेक के मामा नरेंद्र पासवान ने पुलिस को बताया कि करीब 3:30 बजे उन्होंने देखा कि अभिषेक भाग रहा था और चार लड़के उसका पीछा कर रहे थे। अभिषेक को उन्होंने पकड़ लिया। इसी दौरान प्रमोद पास की मीट की दुकान से चाकू लेकर उसके सीने और कमर के पास वार कर दिया।
फोन सर्विलांस पर लगाकर किया ट्रैक
वह घायल अभिषेक की मदद के लिए दौड़े तो हमलावर रेलवे लाइन की तरफ भाग गए। आरोपितों को पकड़ने के लिए एसएचओ शैलेंद्र शर्मा के नेतृत्व में पुलिस आरोपितों के घरों पर दबिश दी। लेकिन सभी अपने घर से गायब मिले, फिर पुलिस ने आरोपितों के स्वजन से फोन नंबर लिया और उसे सर्विलांस पर लगाया।
अलग-अलग जगह से हुए गिरफ्तार
पुलिस ने रजनीश, अमित और रोशन को नोएडा से गिरफ्तार कर लिया। तीनों वहां से किसी अज्ञात स्थान पर भागने की कोशिश कर रहे थे। वहीं मुख्य आरोपित प्रमोद की लोकेशन दिल्ली-लखनऊ हाइवे पर मिली। टीम ने उसका पीछा किया और पुलिस ने उसे उत्तर प्रदेश के गोरखपुर जाने वाली बस से पकड़ लिया। पूछताछ में आरोपित प्रमोद ने बताया कि उसका इरादा अभिषेक की हत्या करने का नहीं था।
अच्छा दोस्त था अभिषेक
उसने गुस्से में मांस की दुकान से चाकू लेकर उस पर हमला कर दिया। उसने बताया कि अभिषेक उसका दोस्त था। रविवार को सभी संगम कॉलोनी में रेलवे लाइन के पास एक पार्क में ताश खेल रहे थे। अभिषेक तीन सौ रुपया हार गया। लेकिन बाद में वह रकम वापस मांगने लगा। इसी बात पर विवाद हुआ था।
बेटे को किसी ने नहीं बचाया
अभिषक की मां शबनम का रो-रोकर बुरा हाल है। उनका कहना है कि जहां पर अभिषेक की हत्या हुई है, वहां पर मीट की चार दुकानें थी और वहां कई लोग थे। वह चाहते तो बेटे को बचा सकते थे।