अब तक स्टिंग ऑपरेशन।
नावदा गांव के शासकीय हाईस्कूल का शर्मनाक नजारा।
हीरासिंह ठाकुर
महूं, हरसोला स्थित नावदा गांव के शासकीय स्कूल में छोटे बच्चों से शिक्षक भारी-भरकम झाड़ियों में साफ सफाई का काम करवा रहे हैं। मजदूरों से कराए जाने वाले काम मासूम बच्चे करते दिखे।
वहीं अक्सर बारिश में सांपों का डर भी बना रहता है ऐसे में मासूमों की जान पर भी बन सकती है।
शिक्षकों की यह घोर गैर जिम्मेदारी हमारे कैमरे में कैद हुई है।
प्रधान अध्यापक के बारे में जब बच्चों से पुछा तो जवाब था की प्रधान अध्यापक मैडम अक्सर मीटिंग में जाया करती है।
हम बता दे आपको पूर्व में भी इसी स्कूल का बच्चों से साफसफाई का मामला संज्ञान में आया था।
आइए जानें पूरा मामला ।
किस तरह नावदा गांव के इस सरकारी स्कूल में बच्चों से कराया जा रहा मजदूरों जैसा काम,
नावदा गांव शासकीय हाईस्कूल का शर्मनाक नजारा। शिक्षकों द्वारा बच्चों से स्कूल क्लास से लेकर बाहर की इधर-उधर की सफाई करवा रहे थे।बच्चों की पढ़ाई बंद कराकर ये काम करवाए गए। जब रिपोर्टर ने शिक्षक से इस विषय में बात की तो बच्चों से आप क्यों काम और साफसफाई कराते हो, लेकिन शिक्षक को इस बात से जरा भी एतराज नहीं था। और तो और वे रिपोर्टर को ही साफसफाई की सलाह देते रहे।
पढ़ाई करते बच्चों को उठाकर भारी भरकम झाड़ियों में साफसफाई का काम कराया जा रहा था।
शिक्षक ने कहा बच्चों से काम व साफसफाई नहीं कराएं तो किससे कराएं...
रिपोर्टर:- आप, बच्चों से काम व साफसफाई क्यों करवा रहे हो?
शिक्षक:- आप भी तो अपने घर पर साफसफाई करते ही होंगे ।
स्कूल की सफाई किससे कराएं भैया आप बताइए, बच्चों से नहीं कराए तो किससे कराएं, ये ही अपनी इच्छा से करते हैं।
रिपोर्टर:- बच्चे बाहर हैं, और भारी - भरकम झाड़ियों में साफसफाई का काम कर रहे हैं, तो क्या आप ये काम मजदूर से भी करा सकते हैं?
शिक्षक:- आप बता सकते हो बताइए, आप मजदूर ला दो, यहां राजनीति बहुत करते हैं लोग, हमें क्या सहयोग कर सकते हैं, इसके लिए कोई नहीं मिलता।
रिपोर्टर:- अगर बच्चों को भारी भरकम झाड़ियों में सांप बिच्छू से कुछ हो जाता तो?
शिक्षक:- मैं खड़ा तो था।