मंत्री जी के निरीक्षण के बाद भी नहीं बदली नेपालापुर की सड़क की सूरत।
निरीक्षण नहीं अब परीक्षण की बारी है।।।
कई बार कई मंत्री नेता विधायक समय समय पर नैपालापुर की सड़क की बनाए जाने या बनवाने की बात कह कर लोगो का दिल जीत लेने की बात करते हे।समय बीतता है सब बदल जाता है अगर कुछ नही बदलता तो इस रास्ते से निकलने वाले राहगीरों की मुसीबत ।जी हा इस रास्ते ने न जाने कितने मासूमों को अस्पताल जाने के लिए मजबूर कर दिया। आए दिन वाहन पलट जाते हैं ।बरसात में रास्ता काम तलाब बन जाती यह सड़क ।पिछले साल लोक निर्माण मंत्री जो किसी कार्यक्रम में लखीमपुर जा रहे थे। हाल देखकर विभागीय अधिकारियों को तलब किया विभागीय अधिकारियों ने दौरे से पहले रेट और ईट बिछाकर मंत्री जी की आंखों को भी धोखा दे दिया। अधिकारियों से जब इस बारे में सवाल पूछा जाता है तो उनका यह कहना है कि इस सड़क का प्रस्ताव शासन को भेजा गया है आने पर पूरी रोड को बेहतर बनाया जाएगा। लेकिन शायद ना कभी प्रस्ताव आया और ना ही कभी बजट आ पाया। हां लेकिन उन ठेकेदारों की मौज जरूर रही जो इस पर थोड़ी मलमपट्टी करके थोड़ा बहुत काम चलाते रहे हैं। अभी कुछ दिन पूर्व शहर के ही विधायक और शहरी विकास मंत्री राज्य मंत्री भी इस रोड पर अपना निरीक्षण कर रहे थे लेकिन यह समय निरीक्षण का कम परीक्षण का ज्यादा था। ऐसा नेपालापुर में रहने वाले स्थानीय लोगों का कहना है कि अगर मंत्री जी निरीक्षण करने की जगह इस बात का परीक्षण करते की कितने समय में कितने हादसे इस रोड पर होते हैं तो शायद जरूर संज्ञा में करके इस मार्ग का निवारण कर पाए।।फिलहाल मंत्री जी के निरीक्षण को कई दिन बीत चुके हैं लेकिन नेपालापुर वासियों को फिलहाल उन्हीं मुसीबतों का सामना करना पड़ रहा है जो वह कई सालों से करते आ रहे हैं। आने वाले 2024 में लोकसभा के चुनाव पर यहां के स्थानीय निवासियों का कहना है कि जब शहर के 22 मंत्री इस रोड को नहीं बनवा पाए। तो 2024 में मोदी जी ना यह रोड देखने आएंगे और ना बनवाने। ऐसे में सवाल मंत्री जी पर भी उठ रहा है कि क्या वह अपनी विधानसभा की इस रोड पर ध्यान देंगे।