अब तक टीवी न्यूज़ चैनल सूरजपुर छत्तीसगढ़ सुंदर लाल साहू के वनांचल क्षेत्र चांदनी बिहार पूर रिपोर्ट,पासल, उप स्वास्थ्य केंद्र पर लटक रहा ताला, ग्रामीणों ने इलाज के लिए भटक रहे दर-दर, आम आदमी पार्टी ने उठाए सवाल।
राष्ट्रपति के दत्तक पुत्र पंडो जनजाति ने डिलीवरी पीड़ा से महिला हुई परेशान, पासल हॉस्पिटल से नहीं मिली मूलभूत सुविधा।
बिहारपुर,
सूरजपुर जिले के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र बिहारपुर अंतर्गत ग्राम पंचायत पासल हेल्थ एंड वैलनेस सेंटर पासल का आज ताला लटकता नजर आ रहा है। उप स्वास्थ्य केंद्र पासल के अधीनस्थ कर्मचारियों व नर्सो की घोर लापरवाही के कारण ग्रामीण इलाज के लिए परेशान हैं।
मिली जानकारी के अनुसार बीते सोमवार को ग्राम पंचायत पासल जमादारी पारा के निवासी रीना पंडो पति हीरामन पंडो ने डिलीवरी से पीड़ित होकर पासल उप स्वास्थ्य केंद्र जब पहुंची तो हॉस्पिटल में ताला लगा हुआ था। घंटों इंतजार करने के बाद भी वहां कोई डॉक्टर नर्स नहीं मिलने से काफी परेशानियों का सामना करना पड़ा। हताश होकर स्वास्थ्य केंद्र बिहार पुर फोन लगाने पर वहां भी गाड़ी की सुविधा नहीं मिली जिससे परेशान होकर भाड़े पर अपनी निजी वाहन से स्वास्थ्य केंद्र बिहारपुर ले जाया गया जहां बच्ची का जन्म हुआ। गौरतलब यह है कि तीव्र प्रसव पीड़ा के दौरान जच्चा बच्चा के साथ इसके बीच में कुछ भी हो सकता था जिसकी जिम्मेदार कौन होता। शासन द्वारा अनु जनजाति को राष्ट्रपति के दत्तक पुत्र कहा गया है लेकिन वक्त आने पर इन्हें कोई सुविधा नहीं मिलती है।
वहीं दूसरी ओर पासल हॉस्पिटल में बने सामुदायिक शौचालय का हाल बेहाल होने से ग्रामीणों को शौच के लिए जाने में काफी दिक्कतें है। शौचालय में किसी भी प्रकार का सफाई नहीं है और शौचालय में जलाऊ लकड़ी रखने से बुरी हालत बन गई है, शौचालय में पानी की कोई व्यवस्था नहीं है। हॉस्पिटल के कर्मचारियों का इस और कोई ध्यान नहीं होता है। नसों की घोर लापरवाही का भुगतान मरीजों को भुगतना पड़ रहा है यह शौचालय में हमेशा ही ताला लटका रहता है जिसके कारण आए मरीजों को सौच में जाने के लिए दिक्कतें होती है।
इस संबंध में आम आदमी पार्टी के ब्लॉक अध्यक्ष ने प्रमुखता से सवाल खड़ा किया उन्होंने कहा यह स्वास्थ्य केंद्र के अधिकारी व कर्मचारियों की लापरवाही है जिसका भुगतान मरीजों को भुगतना पड़ रहा है कभी हॉस्पिटल बंद रहता है तो कभी खुला। उन्होंने कहा कि तत्काल ऐसे गंभीरतापूर्वक व्यवस्था पर शासन प्रशासन को ध्यान देने की आवश्यकता है।