फर्रुखाबाद से ज्ञानचंद राजपूत।
फर्रुखाबाद की तहसील कायमगंज ब्लाक शमसाबाद के ग्राम नेगवा का है पूरा मामला।
जहां पर ग्राम नगवा में नन्नकू उर्फ राधे पुत्र लंकुशराम एवं भाई आसाराम के खेत का आपसी भाईचारे का बंटवारा लगभग 50 वर्ष पूर्व हो चुका था।
जिसमें बड़े भाई आसाराम ने स्वयं भूमि का बंटवारा आपसी सहमत से किया था । आसाराम की उम्र लगभग 25 वर्ष, ननकू उर्फ राधे की उम्र लगभग 6,7 वर्ष की होगी।
ननकू उर्फ राधे ने सरकारी कनेक्शन नलकूप लगवाकर बंजर भूमि को उपजाऊ बनाया।
उसके बाद बड़े भाई आसाराम ने ननकू उर्फ राधे को मारपीट कर घर से भगा दिया ।
ननकू उर्फ राधे के दोनों मकानों पर कब्जा कर जमा लिया।ननकू उर्फ राधे ने अपने पत्नी व बच्चों को लाकर खेत में मकान बनाकर रहने लगा।
लगभग 40 वर्ष बाद पूर्व बड़े भाई आसाराम ने पुनः एसडीएम कोट कायमगंज मैं बंटवारे का मुकदमा डाल दिया ।
जिसमें दोनों तरफ के वकीलों की जिरह के बाद कायमगंज के उप जिला अधिकारी संजय कुमार सिंह ने क्षेत्रीय लेखपाल पवन कुमार ने जाकर मौका मुआयना किया।
उप जिला अधिकारी संजय कुमार सिंह ने क्षेत्रीय लेखपाल के लिए आदेश जारी किया ।
स्वयं जाकर मौका मुआयना किया ।
क्षेत्रीय लेखपाल के लिए प्रथम श्रेणी के कुर्रा बनाने का आदेश दिया ।
जबकि मौके पर आबादी क्षेत्र है ।
जिसमें मकान दुकाने शिव मंदिर एवं नलकूप लगभग 40 वर्ष पूर्व लगा हुआ है ।
अब देखना यह होगा की राजस्व विभाग के अधिकारी आबादी क्षेत्र का बटवारा किस तरह करते हैं।
ननकू उर्फ राधे द्वारा दी गई बाइट।