रिपोर्ट
शमसुलहक़ ख़ान
अब तक टीबी न्यूज़ ब्यूरो चीफ बस्ती
न्याय के रास्ते में अवरोध बन लूट मचा रखे हर्रैया तहसील के प्राइवेट मुंशीयों पर कठोर कार्यवाही की मांग
हर्रैया तहसील में प्राइवेट मुंशी का अधिकार इतना है कि शायद भगवान भी आ जायें तो बिना पैसा दिये समय से काम नहीं करा सकते तहसील के मुंशी राममणि व पिंकू व छोटेलाल से मैं खुद तंग आ चुका हूं। पहले तो हम फरियादियों को जल्दी न्याय नहीं मिलता किसी तरह मिल भी जाय तो आदेश का नकल बिना मुंशी को भेंट चढ़ायें नही मिल पाता जनता के दर्द का अनुमान इसी से लगाया जा सकता है कि मैं प्राया:जिले के ज्वलंत मुद्दों को लेकर संघर्ष कर आम जनता को न्याय दिलाता हूं किन्तु खुद महीनों से तहसील का चक्कर लगा रहा हूं हमने 20/04/2018को गांव की सावित्री पाण्डेय से तहसील के गंगापुर व सहरायें की जमीन को रजिस्टर्ड बैनामा कराया जिसके विरूद्ध और अधिक धन की लालच में सावित्री ने 16/05/2018को तहसील में आपत्ति दाखिल कर दिया वर्षों चले मुकदमे में तारीख पर तारीख मिलता रहा न्याय नहीं मिला तो हमने सहरायें की जमीन हेतु हाईकोर्ट का दरवाजा खटखटाया फलत: हाईकोर्ट के निर्देश पर 25/03/2023को सहरायें के प्रकरण में न्याय मिला पर गंगापुर का प्रकरण लम्बित ही रह गया व सहरायें की खतौनी नहीं मिला आदेश के बाद खतौनी न मिलने का कारण रहे तहसील के मुंशी छोटेलाल राममणि व पिंकू मेरे जून माह में शिकायत पर नायब तहसीलदार सदर के फटकार के बाद भी 07/06/2023को त्रुटिपूर्ण खतौनी जारी हुआ कारण रिश्वत न पाने से खार खाये मुंशी जो कि बाबू का भी काम देखते हैं खतौनी में बैनामे की तिथि 20/04/2018की जगह 23/10/2017दर्ज कर दिया जिसपर पुनः मेरे प्रार्थना पत्र पर संशोधन करते हुए नायब तहसीलदार हर्रैया सदर ने 19/06/2023को संशोधन आदेश पारित किया फलत: सही खतौनी तो मिली किन्तु आदेश व आपत्ति की नकल आज तक नहीं मिला। उक्त आदेश हेतु हमने ही नहीं नकल बाबू प्रभूनाथ भी कई बार नकल जरी करने हेतु फाईल लेने गये तो एक मुंशी ने दूसरे के पास बताकर मामला टाल दिया बड़ा सवाल कि यदि फाइल तहसील में है तो उसकी नकल आज तक क्यों नहीं यदि फाइल नहीं है तो किस नियम अधिकार या किसके आदेश से फाइल मुंशी लेकर गायब रहते हैं। कहीं अधिकारी व बाबू मुंशी के जरिए अपनी जेब तो नहीं भर रहे हैं यदि नहीं तो ऐसे भ्रष्ट मुंशी से त्रस्त तहसील की जनता को न्याय दिलाने हेतु कार्यवाही क्यों नहीं हो रहा है।
समाजसेवी ने मांग किया है कि कि आदेश व आपत्ति की नकल शीघ्र दिलाने के साथ साथ न्यायिक कार्य में अवरोधक ऐसे भ्रष्ट मुंशीयों पर कठोर कार्यवाही करते हुए निष्कासित करने की कृपा करें न्याय न मिलने की दशा में प्रार्थी 28/07/2023से आपके कार्यालय के सम्मुख बेमियादी धरने पर बैठने को बाध्य होगा।