कई वर्षों तक अंग्रेजों की गुलामी करने के बाद हमारा देश 15 अगस्त 1947 को आज़ाद हुआ था। आज़ादी के लिए हुए संघर्ष को कोई भूल नहीं सकता। इसलिए आज़ादी के बाद हर वर्ष हम 15 अगस्त को स्वतंत्रता दिवस के रूप में मानते हैं। स्वतंत्रता दिवस के दिन सभी स्कूलों और सरकारी कार्यालयों में राष्ट्रीय ध्वज फहराया जाता है। 15 अगस्त को सभी एक दूसरे को शुभकामनाएं देते हैं। इस बार का स्वतंत्रता दिवस तो और भी खास है क्योकि इस बार हम आज़ादी का अमृत महोत्सव मना रहे हैं और सरकार की ओर से हर घर तिरंगा अभियान चलाया जा रहा है जिसमें हर भारतवासी को अपने-अपने घर में तिरंगा फहराना है। इस मौके पर अगर आप भी शामिल होना चाहते हैं और अपने दोस्तों को शुभकामनाएं भेजना चाहते हैं तो इस पोस्ट के माध्यम से आप 15 अगस्त को भेजे जाने वाले मैसेज, कविताएं और शायरी प्राप्त कर सकते हैं।
15 अगस्त पर मैसेज
मैसेज 1
जब “इश्क और क्रांति” का अंजाम एक ही है,
तो राँझा बनने से अच्छा है भगतसिंह बन जाओ।
मैसेज 2
आजादी की कभी शाम नही होने देंगे,
शहीदों की क़ुरबानी बदनाम नही होने देंगे,
बची हो जो एक बूंद भी लहू की,
बची हो जो एक बूंद भी लहू की,
तब तक भारत माता का आंचल निलाम नही होंगे देंगे
मैसेज 3
कुछ नशा तिरंगे की आन का है,
कुछ नशा मातृभूमि की मान का है,
हम लहराएंगे हर जगह इस तिरंगे को,
हम लहराएंगे हर जगह इस तिरंगे को,
ऐसा नशा ही कुछ हिंदुस्तान की शान का हैं।
मैसेज 4
कुछ पन्ने इतिहास के मेरे मुल्क के सीने में शमशीर हो गएं,
जो लड़े, जो मरे वो शहीद हो गएं,
जो डरे, जो झुके वो वजीर हो गएं
मैसेज 5
ना जियो धर्मं के नाम पर,
ना मरो धर्मं के नाम पर,
इंसानियत ही है धर्मं वतन का,
बस जियो वतन के नाम पर।
मैसेज 6
फांसी चढ़ गए और सीने पर गोली खायी,
हम उन शहीदों को प्रणाम करते हैं,
जो मिट गए देश पर, हम उनको सलाम करते हैं !
स्वतंत्रता दिवस मुबारक हो !!!
मैसेज 7
गंगा, यमुना, यहां नर्मदा
मंदिर, मस्जिद के संग गिरजा,
शांति प्रेम की देता शिक्षा,
मेरा भारत सदा सर्वदा।
सभी देशवासियों को स्वतंत्रता दिवस की शुभ कामनाएं !
मैसेज 8
वतन हमारा मिसाल है मोहब्बत की,
तोड़ता है दीवारें नफरत की,
ये मेरी खुश नसीबी है जो मिली जिन्दगी इस चमन में…
और भुला न सके कोई भी इसकी खूशबु सातों जनम में…
मैसेज 9
चलो फिर से खुद को जगाते है,
अनुसाशन का डंडा फिर घूमाते है,
सुनहरा रंग है गणतंत्र स्वतंत्रता का,
शहीदों के लहू से ऐसे शहीदों को हम सब सर झुकाते है…
मैसेज 10
आओ झुक कर सलाम करे उन्हें,
जिनकी ज़िन्दगी में ये मुकाम आया है,
किस कदर खुशनसीब है वो लोग,
जिनका लहू भारत देश के काम आया है
स्वतंत्रता दिवस की हार्दिक शुभ कामनायें।
मैसेज 11
दे सलामी इस तिरंगे को
जिस से तेरी शान हैं,
सर हमेशा ऊँचा रखना इसका
जब तक दिल में जान हैं..!!
जय हिन्द, जय भारत
मैसेज 12
भूल न जाना भारत माँ के सपूतों का बलिदान,
इस दिन के लिए जो हुए थे हंसकर कुर्बान,
आज़ादी की ये खुशियाँ मनाकर लो ये शपथ
की बनायेंगे देश भारत को और भी महान..
मैसेज 13
धर्म न हिन्दू का है ना मुसलमान का,
धर्म तो बस इंसानियत का है,
ये भूख से बिलकते बच्चो से पूछों।
सच क्या है झूट क्या है,
किसी मंदिर या मस्जिद से नहीं,
बेगुनाह बच्चो की मौत पर किसी माँ से पूछो,
देश का सपूत बनना है तो कर्तव्य को जानो,
अधिकार की बात न करों देश के लिए जीवन न्योछावर करो।
मैसेज 14
तिरंगा हमारा शान-ए-जिंदगी,
वतन परस्ती हैं वफा-ए-जमीं,
देश के मर मिटना काबुल है हमें,
अखंड भारत के स्वपन का जुनून हैं हमें…
मैसेज 15
तैरना है तो समंदर में तैरों नालों में क्या रखा है,
प्यार करना है तो देश से करो औरों में क्या रखा है।
स्वतंत्रता दिवस की हार्दिक शुभकामनाएं
मैसेज 4
15 अगस्त पर शायरी
शायरी 1
आन देश की शान देश की, देश की हम संतान हैं,
तीन रंगों से रंगा तिरंगा, अपनी ये पहचान है !
शायरी 2
कुछ तो बात है मेरे देश की मिट्टी में साहेब,
सरहदें कूद के आते हैं यहां दफ़न होने के लिए।
शायरी 3
कुछ नशा तिरंगे की आन का है,
कुछ नशा मातृभूमि की शान का है
हम लहरायेंगे हर जगह ये तिरंगा
नशा ये हिंदुस्तान की शान का है !!
शायरी 5
ना पूछो ज़माने को,
क्या हमारी कहानी हैं
हमारी पहचान तो सिर्फ ये हैं
की हम सिर्फ हिंदुस्तानी हैं।
शायरी 6
दे सलामी इस तिरंगे को
जिस से तेरी शान हैं,
सर हमेशा ऊँचा रखना इसका
जब तक दिल में जान हैं..!!
शायरी 7
हल्की सी धूप बरसात के बाद,
थोरी सी खुशी हर बात के बाद,
इसी तरह मुबारक हो आप को,
जशन-ए-आज़ादी 1 दिन के बाद…
शायरी 8
रिश्ता हमारा ऐसे ना तोड़ पाए कोई…
दिल हमारे एक है एक है हमारी जान…
हिन्दुस्तान हमारा है हम है इसकी शान…
जान लूटा देंगे वतन पे हो जाएँगे क़ुरबान…
इसलिए हम कहते है मेरा देश महान..
शायरी 9
चलो फिर से आज वह नज़ारा याद कर ले,
शहीदों के दिल में थी वो ज्वाला याद कर ले,
जिसमे बहकर आज़ादी पहुंची थी किनारे पे
देशभक्तो के खून की वो धारा याद कर ले।
शायरी 10
मैं मुस्लिम हूँ, तू हिन्दू है,
है दोनों इंसान,
ला मैं तेरी गीता पढ़ लूँ, तू पढ़ ले कुरान,
इस स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर
हैं मेरा बस एक ही अरमान,
एक थाली में खाना खाए सारा हिन्दुस्तान।
शायरी 11
दोस्ताना इतना बरक़रार रखो कि
मज़हब बीच में ना आये कभी,
तुम उसे मंदिर तक छोड़ दो,
वो तुम मस्जिद छोड़ आये कभी !!
स्वतंत्रता दिवस पर कविता
कविता 1
प्यारा प्यारा मेरा देश,
सबसे न्यारा मेरा देश।
दुनिया जिस पर गर्व करे,
ऐसा सितारा मेरा देश।
चांदी सोना मेरा देश,
सफ़ल सलोना मेरा देश।
गंगा जमुना की माला का,
फूलोँ वाला मेरा देश।
आगे जाए मेरा देश,
नित नए मुस्काएं मेरा देश।
इतिहासों में बढ़ चढ़ कर,
नाम लिखायें मेरा देश।
कविता 2
भारत देश हमारा प्यारा।
सारे विश्व में हैं न्यारा।
अलग अलग हैं यहाँ रूप रंग।
पर सभी एक सुर में गाते।
झेंडा ऊँचा रहे हमारा।
हर परदेश की अलग जुबान।
पर मिठास की उनमे शान।
अनेकता में एकता पिरोकर।
सबने मिल जुल कर देश संवारा।
लगा रहा हैं भारत सारा।
‘हम सब एक हैं’ का नारा।
कविता 3
यारा प्यारा मेरा देश
सजा सवार मेरा देश’
दुनिया जिस पर गर्व करे
नयन सितारा मेरा देश
चांदी सोना मेरा देश
सफल सलोना मेरा देश
सुख का कोना मेरा देश
फूलों वाला मेरा देश
झूलों वाला मेरा देश
गंगा यमुना की माला का मेरा देश
फूलों वाला मेरा देश
आगे जाए मेरा देश
नित नए मुस्कुराये मेरा देश
इतिहासों में नाम लिखाया मेरा देश
यारा प्यारा मेरा देश
सजा संवारा मेरा देश
कविता 4
क्या पढ़ते हो किताबों में
आओ मैं तुम्हे बताती हूँ,
15 अगस्त की असली परिभाषा
आज अच्छे से समझती हूँ।
एक दौर था जब भारत को,
सोने की चिड़िया कहते थे।
कैद कर लिया इस चिड़िये को,
वो शिकारी अंग्रेज कहलाते थे।
कुतर-कुतर कर सारे पंख,
अधमरा कर छोड़ा था।
सांसें चल रही थी बस,
ताकत से अब रिश्ता पुराना था।
कहते हैं कि हिम्मत से बढ़ कर,
दुनिया में और कुछ नहीं होता।
कतरा-कतरा समेट कर,
फिर उठ खड़ी हुई वो चिड़िया।
बिखर गए थे सारे पंख,
तो बिन पंखो के उड़ना सीख लिया।
परिस्थिति चाहे जैसी भी थी दोस्तों,
उसने लड़ना सीख लिया।
लड़ती रही अंतिम सांस तक,
और सफलता उसके हाथ लगी।
आज़ादी की थी चाह मन में,
और वो आज़ादी के घर लौट गयी।
आज उस चिड़िया को हम,
गर्व से भारत बुलाते हैं।
और सीना गद-गद हो जाता,
जब हम भारतीय कहलाते हैं।
आज़ादी का यह पर्व दोस्तों,
आओ मिल कर मनाते हैं,
चाहे रहें हम अमेरिका या लंदन
भारत को आगे बढ़ाते हैं,
भारत के गुण गाते हैं और 15 अगस्त मनाते हैं।
कविता 5
स्वर्ग या तोरण पथ से बेहतर
मैं तुम्हें प्यार करता हूं, ओ मेरे भारत
और मैं उन सभी को प्यार करुंगा
मेरे सभी भाई जो राष्ट्र में रहते हैं
ईश्वर ने पृथ्वी बनाई;
मनुष्य ने देशों की सीमाएं बनाई
और तरह तरह की सुंदर सीमा रेखाएं खींचीं
परन्तु अप्राप्त सीमाहीन प्रेम
मैं अपने भारत देश के लिए रखता हूं
इसे दुनिया में फैलाना है
धर्मों की माँ, कमल, पवित्र सुंदरता और मनीषी
उनके विशाल द्वार खुले हैं
वे सभी आयु के ईश्वर के सच्चे पुत्रों का स्वागत करते हैं
जहां गंगा, काष्ठ, हिमालय की गुफाएं और
मनुष्यों के सपने में रहने वाले भगवान
मैं खोखला हूं; मेरे शरीर ने उस तृण भूमि को छुआ है
कविता 6
गूंज रहा है दुनिया में भारत का नगाड़ा
चमक रहा आसमा में देश का सितारा
आजादी के दिन आओ मिलके करें दुआ
कि बुलंदी पर लहराता रहे तिरंगा हमारा
भूल न जाना भारत मां के सपूतों का बलिदान
इस दिन के लिए हुए थे जो हंसकर कुरबान
आजादी की ये खुशियां मनाकर लो ये शपथ
कि बनाएंगे देश भारत को और भी महान
हम आजाद हैं, ये आजादी कभी छिनने नहीं देंगे
तिरंगे की शान को हम कभी मिटने नहीं देंगे
कोई आंख भी उठाएगा जो हिंदुस्तान की तरफ
उन आंखों को फिर दुनिया देखने नहीं दें